पद्य लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैंसभी दिखाएं
मैं तूफ़ानों में चलने का आदी हूँ|गोपालदास नीरज-हिन्दी काव्य कोश
मेहनत की लूट/अवतार सिंह 'पाश'- हिन्दी काव्य कोश
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी/सुभद्रा कुमारी चौहान- हिन्दी काव्य कोश
जो बीत गई सो बात गई/हरिवंशराय बच्चन- हिन्दी काव्य कोश
मनुष्यता/मरो परन्तु यों मरो कि याद जो करे सभी- मैथिलीशरण गुप्त कविता
हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए| दुष्यंत कुमार- हिन्दी काव्य कोश
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती~ सोहनलाल द्विवेदी
अग्निपथ ~हरिवंश राय बच्चन | Agnipath Poem By Harivansh Rai Bachchan
 आरम्भ है प्रचण्ड बोल मस्तकों के झुण्ड~पीयूष मिश्रा
हिन्दी काव्य कोश- गाँव
हिन्दी काव्य कोश- धन
ज़्यादा पोस्ट लोड करें कोई परिणाम नहीं मिला