हाकिम को इक चिट्ठी लिक्खो/Haakim Ko Ik Chitthi Likkho Sab Ke Sab | Varun Anand

 




हाकिम को इक चिट्ठी लिक्खो, सब के सब
और उसमे बस इतना लिखना, लानत है

इस से बढकर उस पर लानत क्या होगी
बोल रहा है बच्चा-बच्चा, लानत है !

जिस दीवार पे उसके वादे लिक्खे थे
हमने उसके नीचे लिक्खा, लानत है !


Hakim ko ik chitthi likkho sab ke sab
Aur usme bas itna likhna, lanat hai

हाकिम को इक चिट्ठी लिक्खो, सब के सब
और उसमें बस इतना लिखना, लानत है