Best Hindi Poem On Savan |
झूमो, नाचो, गाओ आया सावन हे प्यारे |
नाच रहे है मोर भी बगियो मे पंख पसारे |
घनगौर घटाओ से गगन भरा हे
हरि भरी हरियाली से पटी धरा है |
डाल डाल पर पड़ गए सावन के झूले हे
सृष्टि सारी खुशियो के मारे फुले है |
दौड़ रही नदिया तालाब छलक ने लगे है
चारों तरफ़ मन मोहक नजारे दिखने लगे है |
जग मग हो उठी संध्या गीत भजन फंकारो से
गूंज उठे शिवालय बम भोले के जयकारों से
कई रिम झिम, कई बोछारे बड़े मनभावक हे नजारे
झूमो, नाचो, गाओ आया सावन है प्यारे |
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